
नवग्रह पूजा

ग्रह ही जीवन की दिशा तय करते हैं
वेदों के अनुसार मानव जीवन पर नौ ग्रहों का गहरा प्रभाव है। ये ग्रह हमारे कर्म, भाग्य और मानसिक स्थिति को नियंत्रित करते हैं। अगर कोई ग्रह अशुभ हो या नीच का हो तो वो स्वास्थ्य, रिश्ते, करियर और मानसिक शांति को प्रभावित कर सकता है। पूजा करके हम इन ग्रहों को संतुलित करते हैं ताकि उनका नकारात्मक प्रभाव कम और सकारात्मक प्रभाव बढ़ सके। नवग्रह पूजा ज्योतिष और आध्यात्मिक परंपरा में एक बहुत ही महत्वपूर्ण पूजा मानी जाती है, क्योंकि यह जीवन के हर पहलू को प्रभावित करने वाले नौ ग्रहों को संतुष्ट करने के लिए की जाती है। कुण्डली के अनुसार या लक्षणों को देख जिस भी जातक की कुंडली में ग्रहों से सम्बंधित कोई दोष होता है तो उसे नवग्रह शांति पूजा करने की सलाह दी जाती है। सभी ग्रहों का एक साथ पूजन करने से जीवन के हर क्षेत्र में संतुलन आता है।
एक खास बात
नवग्रह पूजा सिर्फ तब ही नहीं, बल्कि हर साल अपने जन्मदिन या किसी शुभ अवसर पर करने से ग्रहों का आशीर्वाद लगातार बना रहता है। पूजा करते समय मंत्र जाप (हर ग्रह के बीज मंत्र) और दक्षिणाध्दान करना पूजा का प्रभाव कई गुना बढ़ा देता है।
नवग्रह पूजा: जीवन में संतुलन, शांति और प्रगति का मार्ग
नवग्रह पूजा सिर्फ एक धार्मिक रस्म नहीं, बल्कि एक ऊर्जा-चिकित्सा, मानसिक शांति का साधन और जीवन में बाधाओं को दूर करने का उपाय है। यह हमेंः भाग्य को संतुलित करने, मन को स्थिर करने, और जीवन के हर क्षेत्र में प्रगति के रास्ते खोलने में मदद करती है।
नवग्रह पूजा क्यों करते हैं ?
जन्मकुंडली में ग्रहों की स्थिति प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में सुख-दुःख, सफलता-असफलता, स्वास्थ्य-बीमारी का कारण बनती है। यदि किसी ग्रह की स्थिति अशुभ हो या लगातार परेशानी दे रही हो, तो उस ग्रह को शांत करना आवश्यक होता है। ग्रहों का असंतुलन जीवन में कठिनाइयाँ लाता है। अशुभ दशा या गोचर के समय बार-बार असफलता, आर्थिक नुकसान, झगड़े, स्वास्थ्य समस्या, मानसिक तनाव हो सकता है।
नवग्रह पूजा के फायदे
ग्रहदोष शांति : कुंडली के दोष जैसे पितृदोष, कालसर्प दोष, मंगलीक दोष आदि में राहत।
सकारात्मक ऊर्जा : घर-परिवार में सुख-शांति और
समृद्धि का वातावरण।
स्वास्थ्य लाभ : मानसिक तनाव कम होना, रोगों से बचाव।
धन और करियर में वृद्धि : व्यापार, नौकरी और निवेश में सफलता।
विवाह और संबंध सुधार : वैवाहिक जीवन में सुख और प्रेम बढ़ना।
बाधा निवारण: अटके हुए काम पूरे होना और नई संभावनाएं बनना।
भाग्य वृद्धि : अच्छे अवसर और सौभाग्य में बढ़ोतरी।
आध्यात्मिक उन्नति : ध्यान, भक्ति और आत्मज्ञान में प्रगति।
