कर्ज से मुक्ति लाएंगे ये उपाय
- lalkitabsirsa
- 2 days ago
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कर्ज से मुक्ति लाएंगे ये उपाय
कर्ज या कर्ज लेना जीवन को कठिन बना देता है। कर्ज़ मुक्त जीवन ही सबसे खुशहाल जीवन होता है। कई बार कर्ज़ लेने के बाद उसे वापस करना पड़ता है और उसका पूरा जीवन चुकाया गया कर्ज़ ख़त्म हो जाता है। कर्ज मुक्ति के उपाय आइए जानें कुछ आसान और कुछ कठिन, लेकिन अचूक उपाय।
नोट: राशि चक्र जैसे- मेष, कर्क, तुला और मकर में ऋण लेने पर शीघ्र ही उतर जाता है। लेकिन, चर लोन में कर्जा नहीं देना। चार नटों में वैभवशाली व नववें स्थान में शुभ ग्रह व नैवेन् स्थान में कोई भी ग्रह नहीं हो, बाकी ऋण पर ऋण चढ़ाया जाएगा।
रिआन डिकॉक के लिए: एक नारियल पर चमेली का तेल मिले सिन्दूर से स्वस्तिक का स्टॉक। कुछ भोग (लड्डू या गुड़-चना) के साथ हनुमानजी के मंदिर में उनके चरण में डूबकर ऋणमोचक मंगल स्तोत्र का पाठ करें। अंतिम लाभ प्राप्त होगा।
उपाय दूसरा शनिवार के दिन सुबह नित्यकर्म व स्नान आदि करने के बाद अपनी लंबाई के अनुसार काला धागा लें और इसे एक नारियल पर लपेट लें। इसकी पूजा करें और नदी के बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। साथ ही भगवान से कर्ज मुक्ति के लिए प्रार्थना करें।
भौम प्रदोष करें: हर महीने की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है। अलग-अलग दिन की प्रस्तुति वाले प्रदोष की महिमा अलग-अलग होती है। सोमवार का प्रदोष, मंगलवार को आने वाला प्रदोष और अन्य वार को आने वाला प्रदोष सभी का महत्व और लाभ अलग-अलग है।
मंगलवार को आने वाले इस प्रदोष को भौम प्रदोष कहते हैं। इस दिन स्वास्थ्य सबंधी तरह के पदों से मुक्ति पाई जा सकती है। इस दिन व्रत रखने की विधि बिना उधार लिए मिल जाती है।
मंगल एवं बुध का उपाय: मंगल की भातपूजा, दान, होम और जप करना चाहिए। मंगल एवं रविवार को कर्ज का लेन-देन न करें। प्रतिदिन हनुमान अष्टक का पाठ सात बार करें। यदि प्रतिदिन करना संभव न हो तो मंगलवार को अवश्य करें।
लोन की किश्तों को मंगलवार के दिन ही अदा करें। ऐसा करने से कर्ज शीघ्र ही समाप्त हो जाता है।
किसी भी महीने के कृष्णपक्ष की 1 तिथि, शुक्लपक्ष की 2, 3, 4, 6, 7, 8, 10, 11, 12, 13 पूर्णिमा और मंगलवार के दिन उदय और रविवार को कर्ज लेना। रविवार को स्वा पाव मंगोलियाई घी-शक्कर समग्र गाय को शीघ्र ऋण से मुक्ति मिलती है। वास्तुदोष नाका हरे रंग के गणपति मुख्य द्वार पर आगे-पीछे।
ऋणमोचक मंगल या गजेंद्र-मोक्ष स्तोत्र का पाठ करें: यदि आप ऋणमोचक मंगल स्तोत्र रखते हैं, तो उन्हें प्रतिदिन 'ऋणमोचक मंगल स्तोत्र' का पाठ करना चाहिए। यह पाठ शुक्ल पक्ष के प्रथम मंगलवार से प्रारंभ करना चाहिए। यदि प्रतिदिन कोई कारण न हो, तो प्रत्येक मंगलवार को अवश्य करना चाहिए।
इसके अलावा ऋण-मुक्ति के लिए आप 'गजेन्द्र-मोक्ष' स्तोत्र का दैनिक सूर्योदय से पूर्व पाठ भी कर सकते हैं। दोनों में से किसी एक का ही पाठ करें। दोनों ही कर्ज़ मुक्ति के अमोघ उपाय हैं। गुलाब का उपाय: सबसे पहले 5 लाल गुलाब के पूरे खिले हुए फूल लें। इसके टुकड़े टुकड़े मीटर सफेद कपड़ा अपने सामने लेंथ लेकर। अब इन पांचों गुलाबों के फुलों को यहां 21 बार गायत्री मंत्र बोले गए उसे बांध दें। अब स्वयं अस्तित्व में आकर जल में प्रवाहित कर दें। इस उपाय से जल्द ही कर्ज से मुक्ति मिल जाती है।
श्मशान का पानी : यदि आप लगातार कर्ज में डूबे जा रहे हैं तो श्मशान के अवशेषों का जल पुनर्भरण किसी पीपल के पेड़ पर चढ़ाना चाहिए। यदि यह उपाय कम से कम छह शनिवार किया जाए तो आश्चर्यजनक परिणाम प्राप्त होते हैं।
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